वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-
लखनऊ- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय कैबिनेट द्वारा गन्ना वर्ष 2025-26 (अक्टूबर 2025-सितंबर 2026) के लिए उचित एवं लाभकारी मूल्य (एफआरपी) 355 रुपये प्रति क्विंटल करने के निर्णय पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया है।
उन्होंने कहा कि यह निर्णय पांच करोड़ गन्ना किसानों के साथ ही पांच लाख श्रमिकों के जीवन में आर्थिक सशक्तीकरण व स्वावलंबन का आधार बनेगा।
गन्ने का एफआरपी 15 रुपये बढ़ा-
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की बैठक में बुधवार को 2025-26 की पेराई सीजन (अक्टूबर से सितंबर) के लिए गन्ने के उचित व लाभकारी मूल्य (एफआरपी) 355 रुपये प्रति क्विंटल तय करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
यह पिछले साल की पेराई सीजन के मुकाबले 15 रुपये प्रति क्विंटल अधिक है। 2024-25 में सरकार ने 2023-25 के पेराई सीजन के मुकाबले 25 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की थी। यह फैसला 2024 के आम चुनाव से ठीक पहले हुआ था।
बहरहाल, नया दाम एक अक्टूबर, 2025 से होने वाली गन्ना खरीद के लिए लागू होगा। केंद्र के इस फैसले से देश के दूसरे राज्यों पर भी गन्ने के एफआरपी को बढ़ाने का दबाव बढ़ेगा। उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा जैसे कुछ राज्यों में अपनी परामर्श मूल्य समिति की सिफारिशों पर कीमत तय की जाती है। किसान संगठनों की तरफ से गन्ने का भाव 450 रुपये प्रति क्विंटल की मांग की जा रही है।